WB D.EL.ED PART 1 हिन्दी भाषा शिक्षण (CPS-01) SYLLABUS

 

हिन्दी भाषा शिक्षण (CPS-01)

कोर्स कोडCPS-01
अधिकतम अंक100
आंतरिक मूल्यांकन30
बाह्य परीक्षा70
उत्तीर्ण अंकआंतरिक एवं बाहरी दोनों में 40%
शिक्षार्थी संपर्क समय90 घंटे

उद्देश्य:

  • छात्रों की भाषागत दक्षता का विकास करना।

  • प्राथमिक स्तर पर मातृभाषा हिंदी पाठ्यक्रम की विषय-वस्तु से सम्बंधित विज्ञान आधारित ज्ञान प्रदान करना।

  • हिंदी शिक्षण पद्धति एवं भाषा शिक्षण में हिन्दी की प्रासंगिकता पर स्पष्ट धारणा बनाना।

  • प्रत्येक शिशु की पारदर्शिता का मूल्यांकन करते हुए उचित शिक्षण सुनिश्चित करना।

  • कक्षा में विभिन्न शिक्षक-शिक्षण पद्धतियों एवं कक्षा परिचालन विधियों को समझना।

  • हिंदी भाषा में दक्षता तथा भाषानुषंगिक शिक्षण पद्धतियों का विकास।

पाठ्यक्रम इकाइयाँ और विषय-वस्तु

इकाईविषय-वस्तुक्लास घंटे
इकाई 1पश्चिम बंगाल में प्राथमिक शिक्षा परिषद एवं माध्यमिक शिक्षा परिषद के द्वारा निर्धारित हिंदी पाठ्यपुस्तकों का विस्तृत अध्धयन9
इकाई 2हिंदी भाषा शिक्षण के उद्देश्य एवं महत्व: मातृभाषा हिंदी शिक्षण के उद्देश्य, भाषा शिक्षण में मातृभाषा का औचित्य, शिक्षा का अधिकार10
इकाई 3हिंदी शिक्षण की विभिन्न पद्धतियाँ: शब्दानुक्रमिक, वर्णानुक्रमिक, वाक्यानुक्रमिक, अभिनय, अनुकरण, अनुबंध, वर्णनात्मक, आलोचनात्मक, प्रकल्प पद्धति10
इकाई 4भाषा शिक्षण के विभिन्न स्तर एवं दक्षता विकास: श्रवण, कथन, पठन, लेखन, हस्तलिपि, सृजनात्मक लेखन, शब्द भंडार, वर्तनी प्रणाली12
इकाई 5पाठ परिकल्पना एवं पाठ योजना निर्माण: पाठ योजना का महत्व, सूक्ष्म एवं व्यापक पाठ योजना, सक्रियता आधारित कार्यपत्र, शिक्षण सहायता सामग्री का निर्माण12
इकाई 6कार्यगत व्याकरण: व्याकरण का लक्ष्य एवं उपयोगिता, शिक्षण पद्धतियाँ, वाक्य रचना, समोच्चरित शब्द, विविध शब्द-पर्याय, मुहावरे व लोकोक्तियाँ10
इकाई 7लेखन कौशल: अनुच्छेद लेखन, विषयानुसार वाक्य चयन व संयोजन, पत्र लेखन (आवेदन, निमंत्रण, वार्ता, पोस्टर आदि), लेखन शैली (नियोजित, निरंतर, सृजनात्मक)10
इकाई 8हिंदी भाषा शिक्षण से संबंधित समसामयिक प्रश्न: भाषा अधिग्रहण के आर्थिक, सामाजिक और मनोवैज्ञानिक पक्ष, आयु-सम्बन्धी विवेचन7
इकाई 9भाषा का स्वरूप: भाषा की परिभाषा, प्रथम भाषा, द्वितीय भाषा एवं विदेशी भाषा में अंतर, भाषा का वर्गीकरण एवं शिक्षण में महत्व7
इकाई 10मूल्यांकन: सतत एवं समग्र मूल्यांकन (CCE), मौखिक एवं लिखित मूल्यांकन, कार्यसम्पादन आधारित मूल्यांकन, आंतरिक एवं बाह्य मूल्यांकन, ब्लूप्रिंट एवं प्रश्न पत्र निर्माण6

सिलेबस संकलन व शिक्षण पद्धति:

  • व्याख्यान

  • प्रदर्शनी

  • सक्रिय शिक्षण सामग्री का प्रयोग

  • समूह आधारित एवं सहभागितापूर्ण शिक्षण

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